फोटो-मोखापी गांव में मरीजों का जांच कर दवा देते डॉक्टर।
फोटो-बीमार सत्य कुमारी देवी को स्लाइन चढ़ता हुआ।
कांडी-प्रखण्ड के खरौंधा पंचायत अंतर्गत मोखापी गांव के लोग पिछले चार दिनों से डायरिया रोग से परेशान हैं।सूचना के बाद रविवार को रेफरल अस्पताल की टीम गांव में पहुंच कर लोगों का इलाज शुरू किया।डॉ. गोविंद सेठ के नेतृत्व में चार सदस्यीय चिकित्सा दल ने 43 लोगों का जांच कर दवा उपलब्ध कराया।साथ ही तीन लोगों 32 वर्षीया सत्य कुमारी देवी,37 वर्षीया फूलमती देवी व 60 वर्षीया सुनीता देवी को एक एक बोतल स्लाइन किया गया।इससे पूर्व सत्य कुमारी देवी गुरुवार को सदर अस्पताल में इलाज कराकर वापस आई थी।इन्ही का 10 वर्षीय पुत्र लव कुमार यादव को भी गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती किया गया था जहां दवा के साथ दो बोतल स्लाइन चढ़ाया गया था।इससे पूर्व लव को स्थानीय स्तर पर जयनगरा गांव में एक निजी डॉक्टर के यहां इलाज के लिए ले जाया गया था जहां पर आठ बोतल पानी चढ़ाया गया था।लेकिन स्थिति संभलता नही देख डॉक्टर ने बाहर ले जाने के लिए बोल दिया उसके बाद परिजनों ने सदर अस्पताल में भर्ती कराए थे।डॉक्टर गोविंद सेठ ने बताया कि मौसम में बहुत ज्यादे गर्मी होने के कारण लोगों को उल्टी व दस्त होने की स्थिति उतपन्न हुई है।डॉक्टर ने ग्रामीणों को हिदायत करते हुए कहा कि धूप में निकलने से बचें।बेवजह धूप में नही निकलें।उन्होंने कहा कि लगातार तीन चार दिनों तक गांव में जांच टीम आकर कैम्प करेगी।जांच टीम में सीएचओ महिपाल, एएनएम पूनम कुमारी, बबलू पाण्डेय शामिल थे।