अमरेंद्र पंडित
कांडी : मोखापी गांव निवासी डायरिया पीड़ित एक व्यक्ति की सदर अस्पताल में मौत हो गई। यह घटना रविवार रात की है। जबकि कई पीड़ित लोगों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझिआंव एवं सदर अस्पताल गढ़वा में इलाज चल रहा है। कांडी प्रखंड अंतर्गत खरौंधा पंचायत के मोखापी गांव में पिछले 12 – 13 दिनों से लोग डायरिया से पीड़ित हैं। स्थानीय स्तर पर ग्रामीण चिकित्सकों के द्वारा इलाज कराए जाने से लाभ नहीं होने पर कई लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझिआंव एवं सदर अस्पताल गढ़वा भेजा गया। इस बीच प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने कई दिन मोखापी गांव का दौरा करके मरीजों की जांच की एवं दवाएं दी। इस बीच सोमवार को भी डॉक्टर विशाल कुमार के नेतृत्व में मेडिकल टीम के द्वारा लोगों का इलाज किया जा रहा था। इस दौरान सुशीला देवी 45 वर्ष पति नंदू चंद्रवंशी को स्लाइन किया जा रहा था। जबकि संजू देवी को दवा दी गई थी। डॉ विशाल कुमार ने बताया कि अन्य 33 लोगों को भी जांच कर दवाएं दी गई हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कोदू महतो पिता स्वर्गीय गोपाल महतो 55 वर्ष की रविवार की रात करीब 12:00 बजे मौत हो गई। वहीं उनकी पत्नी की स्थिति भी गंभीर बताई जाती है। डॉक्टर विशाल कुमार से यह पूछे जाने पर कि आखिर इस गांव से मेडिकल टीम के द्वारा प्रयास किए जाने के बाद भी बीमारी दूर क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि साफ सफाई की कमी के कारण लगातार संक्रमण हो रहा है। उन्होंने कहा कि जहां मल मूत्र बिखरा हुआ है उसी के पास लोग खाना खा रहे हैं। घरों में काफी गंदगी है। ऐसी हालत में बीमारी कैसे ठीक होगी। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि नाली एवं गंदगी आदि में ब्लीचिंग पाउडर या फिनाइल डालना जरूरी है। लेकिन विभाग के द्वारा किसी तरह की कोई सामग्री नहीं दी जा रही है। जिसका कारण है कि बीमारी के कीड़े बने हुए हैं। उन्होंने चिकित्सा पदाधिकारी से इसकी मांग भी की। लेकिन अभी तक कुछ उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। सोमवार को मोखापी गांव में इलाज कर रहे डॉक्टर विशाल कुमार के साथ सीएचओ महिपाल, एएनएम रिंची कुमारी आदि के साथ पूरी टीम काम कर रही थी।
इधर जिला परिषद प्रतिनिधि दिनेश कुमार ने भी मोखापी पहुंचकर पीड़ितों का हालचाल लिया।