अमरेंद्र पंडित
कांडी:-प्रखंड के दो अतिमहत्वपूर्ण सड़के इस वर्ष भी बरसात के पूर्व नही बनी।सोहगड़ा मोड़ से गरदाहा हाई स्कूल मोड़ तक गवर्नर रोड तथा मोखापी मोड़ से कांडी तक की सड़क शामिल है।उक्त दोनों सड़कों का निर्माण कार्य के लिए सड़क का शिलान्यास 10 जनवरी को विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने की थी।जिसके बाद सड़क का निर्माण कार्य भी संवेदक द्वारा शुरू किया गया था।उक्त सड़कों का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत किया जा रहा है।स्वास्तिक कंस्ट्रक्शन के द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है।दोनों ही सड़को में छोटे छोटे पूल पुलिया का निर्माण पूरा कर लिया गया है।सड़कों में मिट्टी द्वारा साइड फिलिंग भी पूरा कर लिया गया है।उसके बाद से पिछले कई महीनों से निर्माण कार्य बंद है।10 दिनों के बाद बरसात का मौसम शुरू हो जाएगा।15 जून के बाद बरसात का मौसम शुरू हो जाता है।मौसम विभाग का यही डेड लाइन माना जाता है।बरसात के मौसम में सड़क निर्माण होना किसी भी दृष्टिकोण से सही नही होगा।कालीकरण सड़क का निर्माण गर्मी के मौसम में ही सही माना गया है।लेकिन सड़क का निर्माण बंद है।इससे पूर्व गवर्नर रोड का निर्माण आज से 10 वर्ष पूर्व 2013 – 14 में हुआ था।वर्तमान में दोनों ही सड़के चलने लायक नही है।
उक्त दोनों ही सड़के प्रखंड की अति महत्वपूर्ण सड़क है।दोनों ही सड़कें रेलवे स्टेशन मोहम्मदगंज व बिहार व पलामू को जोड़ती है।प्रखंड मुख्यालय सहित पड़ोसी प्रखंड भवनाथपुर क्षेत्र के दर्जनों गांव के लोग कांडी मोखापी मोड़ सड़क होकर रेलवे स्टेशन आना जाना करते हैं।जबकि पहाड़ी क्षेत्र के लोग गवर्नर रोड होकर स्टेशन और बिहार आना जाना करते हैं।इस क्षेत्र की मिट्टी केवाल मिट्टी है।जो बरसात के दिनों में किचड़ में तब्दील हो जाता है।सड़क नही बनने से बरसात में उक्त सड़कों में कीचड़ हो जाएगा ।जिस कारण वाहनों व लोगों को पैदल आना जाना मुश्किल हो जाएगा।बरसात के मौसम में उक्त दोनों ही सड़को से आवागमन पूर्णतः बन्द हो जाती है।
विभाग के कनीय अभियंता सरयू राम ने बताया कि निर्माणाधीन सड़कों का निर्माण कार्य अब सड़क निर्माण की नई पद्धति एफडीआर मेथड के तहत होना है।जिसकी प्रक्रिया शुरू है।इस नई पद्धति के तहत अब सड़क निर्माण में पत्थर का इस्तेमाल नही करना है।उक्त सड़को के निर्माण के लिए जांच प्रक्रिया जारी है।सड़क का कोर टेस्टिंग के लिए सड़क से मिट्टी संग्रह कर जांच के लिए भुवनेश्वर के लैब में भेजा गया है।जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।