कांडी : स्वास्थ्य विभाग का एक नायाब कारनामा प्रकाश में आया है। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी के द्वारा मरीज को एक्सपायर की हुई दवा दे दी गई। यह मामला स्वास्थ्य उप केंद्र अधौरा का है। गुरुवार को ओपीडी की अवधि में स्वास्थ्य उपकेंद्र अधौरा में अजय यादव पिता अवधेश यादव जो सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित था। अपनी जांच कराकर दवा लेने केंद्र में गया। उसे जांच करने के बाद जो दवा दी गई वह 11 वें महीने में ही एक्सपायर हो गई थी। मरीज दवा लेकर घर चला गया। बाद में उसने ध्यान से देखा तो पाया कि यह दवा तो नवंबर महीने में ही एक्सपायर कर गई है। उसने पत्रकार को उक्त दवा की तस्वीर उपलब्ध कराई है। हालांकि उसके बाद अन्य मरीजों को भी वही दवा दी गई। बावजूद इसके कि अजय ने स्वास्थ्य कर्मियों का ध्यान एक्सपायर दवा की ओर आकृष्ट करा दिया था। अन्य दो मरीज वही दवा लेकर घर जाने के लिए निकल चुके थे। इस विषय में स्वास्थ्य केंद्र अधौरा में पदस्थापित एएनएम गीता रानी ने बताया कि वह फील्ड वर्क से दूसरे गांव की तरफ निकल गई थी। वह केंद्र में मौजूद नहीं थी। कहा कि इस बाबत उन्हें कुछ पता नहीं है। मालूम हो कि बरसों तक ताला लटके रहने के बाद दैनिक भास्कर के द्वारा लगातार खबर प्रकाशित करके उच्च पदाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किए जाने के बाद हाल में केंद्र का ताला खुलना शुरू हुआ है। इसके बाद भी मरीज के साथ यह नायाब कारनामा प्रकाश में आ रहा है।
इस विषय में केंद्र में पद स्थापित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी अनुराधा लोध ने बताया कि मैं देख नहीं पाई थी इसलिए एक्सपायर दवा दे दी थी। लेकिन
स्वास्थ्य उप केंद्र अधौरा में सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी ने मरीज को दी एक्सपायर्ड दवा,ग्रामीणों ने व्यक्त की नाराजगी
Fast News 08
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